वोटर लिस्ट में नाम काटना BJP की साज़िश, मुख्यमंत्री को कुर्सी हिलने का डर तो करते हैं सांप्रदायिक भाषण : अखिलेश यादव

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर गवर्नेंस के हर मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार को स्वास्थ्य, रोजगार, और युवा मामलों में ‘जीरो’ बताते हुए गंभीर आरोप लगाए कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है।

वोटर लिस्ट में नाम काटने की साजिश और ‘SIR-PDA प्रहरी’

अखिलेश यादव ने दावा किया कि वोटर लिस्ट से आम जनता और सपा समर्थकों के नाम हटाना भाजपा की जानबूझकर की गई साजिश है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद विपक्षी दलों को केवल वोट बनवाने में उलझाए रखना है, ताकि वे महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे बुनियादी सवालों पर सरकार को न घेर सकें।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन का पूरा अमला बीजेपी के लिए काम कर रहा है, जबकि विपक्ष को परेशान किया जा रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सपा ने ‘SIR-PDA प्रहरी’ बनाए हैं, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग का एक भी वोट न कटे। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।

सीएम को ‘कुर्सी हिलने का डर’

मुख्यमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जब उन्हें लगता है कि जनता, पार्टी के लोग, और विधायक उनके खिलाफ हो गए हैं, और कुर्सी हिलने का डर महसूस होता है, तो वे तुरंत सांप्रदायिक भाषण देने लगते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का दायरा बहुत छोटा है, और उन्हें ‘न्यू इंडिया’ या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे आधुनिक विषयों की कोई जानकारी नहीं है।

स्वास्थ्य व्यवस्था और AIIMS में लापरवाही

यादव ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को ‘चौपट’ बताते हुए एक चौंकाने वाला आरोप लगाया। उन्होंने एम्स गोरखपुर में कथित तौर पर एक मरीज की टूटी हड्डी की सर्जरी बिना बेहोश किए (बिना एनेस्थीसिया के) करने की घटना का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में यदि ऐसी लापरवाही हो रही है, तो अन्य अस्पतालों का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सामान्य बुखार के लिए भी डोलो 650/1000mg जैसी दवाएं दी जा रही हैं, जो बुनियादी स्वास्थ्य प्रणाली की विफलता दर्शाता है।

अर्थव्यवस्था, निवेश और भ्रष्टाचार

अखिलेश यादव ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में निवेश कम और कमीशन ज्यादा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई डायल 100 जैसी व्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया और अब नई गाड़ियों की खरीद में भी कमीशन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूपी में डेयरी उत्पादन की बड़ी क्षमता होने के बावजूद, सपा के समय शुरू किए गए ‘काऊ मिल्क प्लांट’ को बंद कर दिया गया और पराग जैसे संस्थानों को बर्बाद कर दिया गया।

युवा, नई पीढ़ी और चुनाव में बेईमानी

सपा प्रमुख ने कहा कि योगी सरकार नई पीढ़ी से डरती है, क्योंकि नई पीढ़ी की सोच प्रगतिशील, समावेशी और लचीली होती है, जो कट्टर विचारों और सांप्रदायिकता का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी इंसानियत, प्रेम और अमन-चैन चाहती है।

उन्होंने एक्ज़िट पोल को कार्यकर्ताओं को निराश करने की साजिश बताते हुए, भाजपा पर चुनाव में बेईमानी का आरोप दोहराया। उन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद और 2022 में कन्नौज में मतगणना स्थल पर केंद्रीय बलों के प्रवेश का उदाहरण दिया।

आयुष्मान कार्ड और नि:शुल्क इलाज

अखिलेश यादव ने आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि ये केवल निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी व्यवस्था में किसी भी गरीब को अस्पताल में जाने पर इलाज और दवाइयां पूरी तरह मुफ्त मिलनी चाहिए, जैसा कि सैफई मेडिकल इंस्टीट्यूट या लोहिया अस्पताल में होता था।

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