मेरठ, मुजफ्फरनगर, अमरोहा के भाजपा नेता समाजवादी पार्टी में शामिल

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नेतृत्व में पार्टी को आज एक नई ताकत मिली। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में मुखिया गुर्जर के नेतृत्व में मेरठ, तेलंगाना, मुजफ्फरनगर और अमरोहा के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों और भाजपा के प्रमुख नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

इन नेताओं ने सपा की नीतियों और अखिलेश यादव के नेतृत्व के प्रति पूर्ण आस्था जताते हुए 2027 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने और पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।

भाजपा का छोड़ा साथ

मेरठ से भाजपा छोड़कर आए प्रमुख नेताओं में मेयर पद की पूर्व प्रत्याशी श्रीमती दीपू मनोठिया बाल्मीकि, श्री विपिन मनोठिया, श्री अमित प्रधान जाटव, विनीत मनोठिया और उमेश भारद्वाज शामिल हैं। इन नेताओं का समाजवादी पार्टी में शामिल होना पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी की स्थिति को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

तेलंगाना के हैदराबाद से निर्मल गोयल, मुजफ्फरनगर के मीरापुर से पूर्व प्रधानाचार्य समुद्र सेन जाटव, संजीव जाटव, अर्पित जाटव और अमरोहा के हसनपुर से निगम प्रधान ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इन नेताओं का सपा में शामिल होना पार्टी के विस्तार और विविध सामाजिक समूहों के बीच बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

अखिलेश यादव ने जताई उम्मीद

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा, “इन सभी सम्मानित साथियों के पार्टी में शामिल होने से समाजवादी पार्टी को नई ऊर्जा और मजबूती मिलेगी। हमारी पार्टी समाज के हर वर्ग के कल्याण और समानता के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे विश्वास है कि इन नेताओं का अनुभव और समर्पण 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारी नीतियां पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) और सभी वर्गों के उत्थान पर केंद्रित हैं। हम उत्तर प्रदेश को एक समृद्ध और समावेशी राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।”

2027 के लिए सपा की रणनीति

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हाल के लोकसभा चुनाव में 37 सीटों के साथ ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद, सपा अब विधानसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। पार्टी का पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूला और जमीनी स्तर पर सक्रियता इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

नवनिर्वाचित सदस्यों ने भी इस अवसर पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि वे समाजवादी पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने और 2027 में अखिलेश यादव को पुनः मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करेंगे।

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